more" /> more" /> more" />
Deendayal Research Institute
DEENDAYAL
RESEARCH
INSTITUTE
  • Home
    • Home
    • Inspirations
      • Integral Humanism
      • Vision
      • Pt. Deendayal Upadhyaya
      • Nanaji Deshmukh
    • Footprints
      • Projects
        • Beed
        • Chitrakoot
        • Delhi
        • Gonda
        • Nagpur
      • Centres
        • KVK Beed
        • KVK Chirtakoot
        • KVK Gonda
        • KVK Satna
        • Deendayal Industrial Training Center (ITI)
        • JSS Beed
        • JSS Chitrakoot
        • JSS Gonda
    • Self Reliance Campaign
    • Publications
      • Navrachana Online
        • July 2018
        • March 2018
      • English
        • Integral Humanism Booklet
        • Pt. Deendayal Upadhyaya Life in Outline
        • Road To Self Reliance
        • Sustainable Watershed Management
        • Nanaji Letters
        • Ram Darshan
      • Hindi
        • Rasthra Rishi Nanaji
        • Ekatma Manavvaad
        • Nanaji Ki Paati Yuvao ke Naam
        • Sankalp Speech 1978 Nanaji
        • Rashtrradharam Rajdharam Ma Bhaiyaji Joshi
        • Sanskritik Rashtravaad Ma Bhaiyaji Joshi
        • Pt. Deendayal Comic
        • Nanaji Comic
    • Press
      • Press Release
      • Photo Gallery
      • News
    • Jobs/Tenders
    • Donate
Deendayal Research Institute
DEENDAYAL
RESEARCH
INSTITUTE
  • Home
  • Inspirations
    • Integral Humanism
    • Vision
    • Pt. Deendayal Upadhyaya
    • Nanaji Deshmukh
  • Footprints
    • Projects
      • Beed
      • Chitrakoot
      • Delhi
      • Gonda
      • Nagpur
    • Centres
      • KVK Beed
      • KVK Chirtakoot
      • KVK Gonda
      • KVK Satna
      • Deendayal Industrial Training Center (ITI)
      • JSS Beed
      • JSS Chitrakoot
      • JSS Gonda
  • Self Reliance Campaign
  • Publications
    • Navrachana Online
      • July 2018
      • March 2018
    • English
      • Integral Humanism Booklet
      • Pt. Deendayal Upadhyaya Life in Outline
      • Road To Self Reliance
      • Sustainable Watershed Management
      • Nanaji Letters
      • Ram Darshan
    • Hindi
      • Rasthra Rishi Nanaji
      • Ekatma Manavvaad
      • Nanaji Ki Paati Yuvao ke Naam
      • Sankalp Speech 1978 Nanaji
      • Rashtrradharam Rajdharam Ma Bhaiyaji Joshi
      • Sanskritik Rashtravaad Ma Bhaiyaji Joshi
      • Pt. Deendayal Comic
      • Nanaji Comic
  • Press
    • Press Release
    • Photo Gallery
    • News
  • Jobs/Tenders
  • Donate

दीनदयाल आईटीआई में जेएसएस एवं केव्हीआईसी द्वारा मनाई गई विवेकानन्द जयंती

दीनदयाल आईटीआई में जेएसएस एवं केव्हीआईसी द्वारा मनाई गई विवेकानन्द जयंती

Vasant Pandit
February 25, 2023
*राष्ट्रीय युवा दिवस पर आईटीआई के ओपन कैम्पस में चयनित छात्रों को मिला ऑफर लेटर*
 
*दीनदयाल आईटीआई में जेएसएस एवं केव्हीआईसी द्वारा मनाई गई विवेकानन्द जयंती*
 
*विवेकानंद जी के उच्च विचार एवं आदर्श युवाओं का सदैव मार्गदर्शन करते रहेंगे – अभय महाजन*
 
चित्रकूट/ दीनदयाल औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र चित्रकूट द्वारा लोहिया सभागार में जन शिक्षण संस्थान एवं खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग प्रशिक्षण केंद्र, उद्यमिता विद्यापीठ चित्रकूट के संयुक्त तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम संपन्न हुआ। 
 
कार्यक्रम का शुभारंभ दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव श्री अभय महाजन,  देव शंकर पात्रा एचआर हेड एवं स्वदेश कुमार सहायक एचआर धूत ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड सम्भाजी नगर, औरंगाबाद (महाराष्ट्र), डॉ अशोक पांडे समाज शिल्पी दम्पति प्रभारी द्वारा युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर दीपप्रज्वलन एवं पुष्पार्चन द्वारा किया गया।
 
कार्यक्रम में वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉ अशोक पांडेय ने स्वामी जी के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका आधारभूत सिद्धांत था कि
शिक्षा से व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक, नैतिक तथा आध्यात्मिक विकास होता है, लड़के और लड़कियां दोनों को समान शिक्षा मिलने का अधिकार होना चाहिए, स्त्रियों को विशेष रूप से धार्मिक शिक्षा दी जानी चाहिए।
 
इस दौरान श्री अभय महाजन संगठन सचिव डीआरआई ने कहा कि स्वामी जी का जीवन आध्यात्मिकता, राष्ट्रभक्ति और कर्मठता के लिए सदैव प्रेरित करता है। उनके उच्च विचार एवं उनके आदर्श सभी युवाओं का सदैव मार्गदर्शन करते रहेंगे। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को अपने जीवन मे अपनाकर हम सभी देश को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य कर सकते हैं। स्वामी जी ने नैतिकता को मन के नियंत्रण से जोड़ा, सत्य, पवित्रता और निःस्वार्थता को उन लक्षणों के रूप में देखा जो इसे मजबूत करते हैं। उन्होंने सभी से पवित्र, निस्वार्थ और श्रद्धा रखने की सलाह दी साथ ही ब्रह्मचर्य का समर्थन किया, क्योंकि  इसे वे शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति और वाक्पटुता का स्रोत मानते थे। सभी सफल प्रतिभागियों से उन्होंने कहा कि आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की हम कामना करते हैं आप सभी पूर्ण निष्ठा, लगन व ईमानदारी के साथ समयपालन करते हुए निरतंर प्रगतिपथ पर आगे बढिये ये अभी आप सबका प्रारम्भ है। 
 
धूत ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड औरंगाबाद (महाराष्ट्र)
के एचआर हेड देव शंकर पात्रा ने सभी सफल प्रतिभागियों को कम्पनी द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं व उसके उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान कर जीवन में समय एवं समाज के साथ सामांजस्य बनाकर बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। 
 
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा दीनदयाल आईटीआई के द्वारा गत दिवस आयोजित ओपन कैम्पस में धूत ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड औरंगाबाद (महाराष्ट्र) के लिए चयनित छात्र-छात्राओं को ऑफर लेटर प्रदान किये गए। 
 
श्री राजेंद्र सिंह निदेशक जन शिक्षण संस्थान द्वारा सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया तथा कार्यक्रम का सफल संचालन मनोज सैनी संयोजक उद्यमिता विद्यापीठ ने किया। कार्यक्रम में सन्तोष मिश्रा प्रभारी गुरुकुल संकुल, हरीराम सोनी प्रभारी समाजशिल्पी दम्पति, संजय दुबे प्राचार्य आईटीआई, अनिल कुमार सिंह, सुघर सिंह, छोटेलाल सहित सभी प्रकल्पों के कार्यकर्ता व प्रतिभागी उपस्थित रहे।
Previous Story
मझगवां में होगी वीरांगना दुर्गावती की प्रतिमा स्थापित, भूमि पूजन हुआ सम्पन्न
Next Story
उद्यमिता विद्यापीठ में केव्हीआईसी प्रशिक्षण कार्यक्रमों का हुआ प्रमाण पत्र वितरण
Copyright ©2018 Deendayal Research Institute. All Rights Reserved
SearchPostsLogin

No posts to show!

Welcome back,